Best Khubsurti Ki Tareef Par Kavita | खूबसूरती की तारीफ कविता 2023

दोस्तो, आज हमने khubsurti ki tareef par kavita लिखी है, जिसमे एक खूबसूरत व्यक्ति की तारीफ की गई है, उसके आँखों की तारीफ हो या फिर उसके चेहरे की तारीफ हो एकदम दिल से तारीफ की गई है, जो एक खूबसूरत व्यक्ति को हमारी यह कविता सुनकर उन्हें दिल से खुश कर सकते हो और शायद उन्हें खुद की तारीफ सुनकर कही आपसे प्यार न हो जाये।

एक नारी को अपनी तारीफ सुनना पसंद होता है, क्योंकि हर एक नारी अपनी खूबसूरती को निखारने के लिए कुछ न कुछ करती ही रहती है, क्योंकि वो सबसे सुंदर दिखे, ऐसेमें हमारा भी फ़र्ज़ बनता है कि, एक खूबसूरत नारी की तारीफ करना, है ना दोस्तो तो इसी विषय पर हमने आज beauty poem in hindi का लेख लिखा है, जो आपको बहुत पसंद आनेवाला है।

Khubsurati ki tareef poem hindi

 

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम,

तुम्हारी ये आँखें बोलती है,

की जरा पास तो आओ मेरे,

आँखों में डूब तो जाओ मेरे।

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम,

तेरी आँखों के काजल में,

डूब जाने को मन करता है,

काश मैं भी काला काजल होता,

तेरी आँखों की गहराई में डूब जाता।

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम,

तेरे होठों की लाली,

मदहोश कर देती है मुझे,

तेरे होठों के पास आने को कहती है मुझे।

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम,

तेरे गालों को हाथ लगाना चाहता हु मै,

गलों को जोर से खींचना चाहता हु मै,

जब तू मुस्कुराये तो तुझे गुलाब देना चाहता हु मै।

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम,

तेरी खूबसूरती की जितनी भी तारीफ करूँ कम है,

तू मेरे लिए आसमान से आई एक परी है,

मेरी जान तू सिर्फ मेरे लिए ही बनी है।

क्या मेरी बनोगी इस जनम में तुम,

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम।

बड़ी ही खूबसूरत हो तुम कविता

 

Badi hi khubsurat ho tum,

Tumhari ye ankhein bolti hai,

Ki jara paas to aao mere,

Ankhon me dub to jao mere..!

badi hi khubsurat ho tum,

Teri ankhon ke kajal me,

Dub jane ko man karta hai,

Kash main bhi kala kajal hota,

Teri aankhon ki gehrai me dub jata..!

Badi hi khubsurat ho tum,

Tere hothon ki lali,

Madhosh kar deti hai mujhe,

Tere hoton ke paas aane ko kehti hai mujhe..!

Badi hi khubsurat ho tum,

Tere galon ko hath lagana chahta hu mai,

Galon ko jor se khichna chahta hu mai,

Jab tu muskuraye to tujhe gulab dena chahta hu mai..!

Badi hi khubsurat ho tum,

Teri khubsurti ki jitni bhi tareef karu kam hai,

Tu mere liye aasman se aayi ek pari hai,

Meri jaan tu sirf mere liye hi bani hai..!

Kya meri banogi is janam me tum,

Badi hi khubsurat ho tum..!

खूबसूरती पर कविता

 

कुछ लिखा है तेरी तारीफ में हमने,

तुझे पढ़ कर ही सुनाना,

तुम कितनी खूबसूरत हो,

ये हमे है आपको बताना।

पूरी तारीफ है आपको सुनाना,

कृपया आप अपनी तारीफ सुने बिना न जाना,

शायद प्यार हो जाये हमसे तुम्हे,

ये और किसी को न बताना।

हम करते रहेंगे आप की खूबसूरती की तारीफ,

आप क्या बात क्या बात बोलने से मत हिचकिचाना,

अगर प्यार भी हो गया तुम्हें हमसे,

तो प्यार का इज़हार करने से ना शर्माना।

अगर पसंद आजाये मेरे तारीफो के लब्ज तुम्हे,

तो प्लीज मुझे जरुर बताना,

क्यूंकि ये लब्ज़ सीधे दिल से निकले है,

तुम इसे नज़र अंदाज़ करके मत जाना।

कुछ लिखा है तेरी तारीफ में हमने,

तुझे पढ़ कर ही सुनाना,

तुम कितनी खूबसूरत हो,

ये हमे है आपको बताना।

Khubsurti ki tareef par kavita

 

Kuch likha hai teri tareef me humne,

Tujhe padh kar hai sunana,

Tum kitni khubsurat ho,

Ye hume hai aapko batana..!

Puri tareef hai aapko sunana,

Kripya aap apni tareef sune bina na jana,

Shayad pyar ho jaye humse tumhe,

Ye aur kisi ko na batana..!

Hum karte rahenge aap ki khubsurati ki tareef,

Aap kya baat kya baat bolne se mat hichkichana,

Agar pyar bhi ho gaya tumhe humse,

To pyar ka izahaar karne se na sharmana..!

Agar pasand ajaye mere tareefo ke labz tumhe,

To please mujhe jarur batana,

Kyuki ye labz sidhe dil se nikle hai,

Tum ise nazar andaz karke mat jana..!

Kuch likha hai teri tareef me humne,

Tujhe padh kar hai sunana,

Tum kitni khubsurat ho,

Ye hume hai aapko batana..!

खूबसूरत आँखों पर कविता

 

आँखों से आँखे क्या मिली,

मैं होश ही गवा बैठा,

मैं तेरा हो बैठा,

तेरे प्यार में खो बैठा।

तेरी आँखों के काजल को देख,

मै उस काले काजल को देखते ही बैठा,

तेरी आँखों के काजल में,

मै खो बैठा मै खो बैठा।

तेरी आँखों की पलके जब झपकी,

तो थोड़ा परेशान हो बैठा,

तेरी आंखे थोड़ी देर क्या न दिखी मुझे,

तो खुदका ही दिल तोड़ बैठा।

मुझे बस तेरी आँखों ने आज मार डाला,

ऐसा लगता है मुझे एक अप्सरा ने मार डाला,

हो बेशक मेरा चेहरा काला,

लेकिन तेरी इस कातिल निगाहों ने मुझे तुझसे प्यार करने के लिए मजबूर कर डाला।

आँखों से आँखे क्या मिली,

मैं होश ही गवा बैठा,

मैं तेरा हो बैठा,

तेरे प्यार में खो बैठा।

किसी व्यक्ति की तारीफ में कविता

 

Ankhon se ankhe kya mili,

Mai hosh hi gawa baitha,

Mai tera ho baitha,

Tere pyar me kho baitha..!

Teri ankhon ke kajal ko dekh,

Mai us kale kajal ko dekhta hi baitha,

Teri ankhon ke kajal me,

Mai kho baitha mai kho baitha..!

Teri ankhon ki palke jab zapki,

To thoda pareshan ho baitha,

Teri ankhe thodi der kya na dikhi mujhe,

To khudka hi dil tod baitha..!

Mujhe bas teri ankhon ne aaj mar dala,

Aisa lagta hai mujhe ek apsra ne mar dala,

Ho beshak mera chehra kala,

Lekin teri iss katil nigahon ne mujhe tujhse pyar karne ke liye majboor kar dala..!

Ankhon se ankhe kya mili,

Mai hosh hi gawa baitha,

Mai tera ho baitha,

Tere pyar me kho baitha..!

खूबसूरत चेहरे पर कविता

 

देखा है जबसे मैंने तुझे,

एक नूर की परी को देखे जैसा लगता है,

अब मिलने की ख्वाहिश है तुझे,

तेरे खूबसूरत चेहरे की तारीफ करने का दिल करता है।

तेरी खूबसूरती की तारीफ करूँ तो कैसे करूँ,

तुझे देखते ही चुप हो जाता हु मै,

बस तुझे ही देखते रह जाता हु मै,

मन में ही गाना गुनगुनाता हूँ मै।

वो तेरे माथे पर लगी बिन्दिया,

वो तेरी आँखों का काजल,

उसे रोज देखा करता हु मै,

और हो जाता हूँ मैं तेरे प्यार में पागल।

तेरी जुल्फों की खुशबु,

तेरी हाथों की मेहंदी,

बहुत लुभाती है मुझे,

पता नहीं क्यों तेरे पास बुलाती है मुझे।

तारीफ करूँ तो कितनी करू,

और क्या क्या बताऊं तुझे,

मेरे दिल में रखता हु मै तुझे,

तुम रोज दिखना मुझे।

देखा है जबसे मैंने तुझे,

एक नूर की परी को देखे जैसा लगता है,

अब मिलने की ख्वाहिश है तुझे,

तेरे खूबसूरत चेहरे की तारीफ करने का दिल करता है।

खूबसूरत चेहरे की तारीफ पोएम

 

Dekha hai jabse maine tujhe,

Ek noor ki pari ko dekhe jaisa lagta hai,

Ab milne ki khwahish hai tujhe,

Tere khubsurat chehre ki tareef karne ka dil karta hai..!

Teri khubsurati ki tareef karu to kaise karu,

Tujhe dekhte hi chup ho jata hu mai,

Bas tujhe hi dekhte reh jata hu mai,

Man me hi gana gungunata hu mai..!

Wo tere mathe par lagi bindiya,

Wo teri ankhon ka kajal,

Use roj dekha karta hu mai,

Aur ho jata hu mai tere pyar me pagal..!

Teri zulfon ki khushbu,

Teri hathon ki mehandi,

Bahut lubhati hai mujhe,

Pata nahi kyu tere paas bulati hai mujhe,

Tareef karu to kitni karu,

Aur kya kya batau tujhe,

Mere dil me rakhta hu mai tujhe,

Tum roj dikhna mujhe..!

Dekha hai jabse maine tujhe,

Ek noor ki pari ko dekhe jaisa lagta hai,

Ab milne ki khwahish hai tujhe,

Tere khubsurat chehre ki tareef karne ka dil karta hai..!

खूबसूरत हो तुम कविता

 

खूबसूरत हो तुम इतनी की,

हर गली में तेरे आशिक़ बैठे है,

वो ऐसे ही नहीं खाली पीली बैठे है,

वो तो बस तुम्हारा इंतज़ार करते बैठे है।

खूबसूरत हो तुम इतनी की,

तुझसे एकबार जो नज़र मिली,

तो दूसरी और नज़र जाती ही नहीं,

तेरी नज़रे जैसी सताती है मुझे,

किसी और की नज़र मुझे इतनी सताती ही नही।

खूबसूरत हो तुम इतनी की,

तेरे चलने में भी वो लचक दिखती है,

जैसे एक मॉडल ही रैम्पवॉक पे चल रही हो,

मुझे आज तुम उससे भी तेज़ मॉडल लग रही हो।

खूबसूरत हो तुम इतनी की,

जब भी ज़ुल्फ़े खुले छोड़ तुम देती हो,

तो अब बस तू ही चाहिए कहता ये दिल मेरा,

लेकिन डरता है बात करने से तुमसे,

कोई नहीं आज नहीं तो कल प्यार का इज़हार ज़रूर करेगा ये दिल मेरा।

खूबसूरत हो तुम इतनी की,

तमन्ना है मेरी तेरे प्यार पर मर मिटने की।

Beauty poem in hindi

 

Khubsurat ho tum itni ki,

Har gali me tere ashiq baithe hai,

Wo aise hi nahi khali pili baithe hai,

Wo to bas tumhara intezar karte baithe hai..!

Khubsurat ho tum itni ki,

Tujhse ekbaar jo nazar mili,

To dusri aur nazar jati hi nahi,

Teri nazare jaisi satati hai mujhe,

Kisi aur ki nazar mujhe itni satati hi nahi..!

Khubsurat ho tum itni ki,

Tere chalne me bhi wo lachak dikhti hai,

Jaise ek model hi rampwalk pe chal rahi ho,

Mujhe aaj tum usse bhi tez model lag rahi ho..!

Khubsurat ho tum itni ki,

Jab bhi zulfe khule chhod tu deti ho,

To ab bas tu hi chahiye kehta ye dil mera,

Lekin darta hai baat karne se tumse,

Koi nahi aaj nahi to kal pyar ka izahaar jarur karega ye dil mera..!

Khubsurat ho tum itni ki,

Tamnna hai meri tere pyar par mar mitne ki..!

इसे भी पढ़े : 

कुछ आखरी शब्द :

आज लिखी हुई khubsurti ki tareef par kavita आपने पूरी पढ़ ली हो तो आपको जरूर हमारे इस खूबसूरती पर कविता हिंदी से कुछ सीखने को मिला होगा, आपको किसी की तारीफ करनी हो तो ऐसी ही कविताएँ बोले और किसी की खूबसूरती की तारीफ इन कविता से करे।

आशा करता हु की हमारी kavita on beauty in hindi आपको जरूर अच्छी लगी होगी। अगर अच्छी लगी हो तो ऐसेही हिंदी कविता यहाँ पढ़ते रहे।

Leave a Comment